पाकिस्तान इस समय अपने समुद्री क्षेत्र में एक ऐसा प्रोजेक्ट चला रहा है, जिसने दक्षिण एशिया के सामरिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान के “मासिव ऑयल रिज़र्व्स” का सोशल मीडिया पर उल्लेख करने के कुछ ही महीनों बाद, इस्लामाबाद ने कराची तट के पास एक आर्टिफिशियल आइलैंड बनाने का काम तेज़ कर दिया है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार यह द्वीप पाकिस्तान के लिए सिर्फ एक ऊर्जा परियोजना नहीं, बल्कि अमेरिका के साथ उसकी नई होती कूटनीतिक नज़दीकी और एशियाई ऊर्जा राजनीति में एक नया अध्याय भी है. लेकिन सवाल है कि पाई-पाई को मोहताज पाकिस्तान इतना महंगा प्रोजेक्ट क्यों बना रहा है और इसका भारत पर क्या असर पड़ सकता है?