कब और कहां टकराएगा साइक्लोन ‘मोंथा’? कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी, जानिए पूरी डिटेल
बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात ‘मोंथा’ मंगलवार शाम या रात को आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम और कलींगपट्टनम के बीच लैंडफॉल करेगा. इस दौरान हवा की रफ्तार 110 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है. आंध्र, ओडिशा और तमिलनाडु में रेड अलर्ट जारी है. मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तटीय इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने और राहत केंद्रों की निगरानी के निर्देश दिए हैं. मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक भारी बारिश की चेतावनी दी है.;
बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ अब ‘गंभीर चक्रवाती तूफान’ (Severe Cyclonic Storm) में तब्दील हो गया है और आज (मंगलवार) शाम या रात को यह आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से टकरा सकता है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, यह तूफान मछलीपट्टनम (Machilipatnam) और कलींगपट्टनम (Kalingapatnam) के बीच तट को पार करेगा. इस दौरान तेज हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सभी तटीय जिलों के प्रशासन को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि लोगों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए तटीय क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. नायडू ने विशेष अधिकारियों को राहत केंद्रों की निगरानी के लिए नियुक्त करने और पेयजल के प्रदूषण को रोकने के निर्देश भी दिए हैं.
आंध्र प्रदेश स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (APSDMA) के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने बताया कि “मंगलवार शाम तक लैंडफॉल की संभावना है. तटीय इलाकों में हवा की गति 90 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है.” उन्होंने कहा कि राहत दलों को तैनात कर दिया गया है और समुद्र किनारे मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है.
ओडिशा और तमिलनाडु में भी रेड अलर्ट
ओडिशा, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग ने बताया है कि रायलसीमा क्षेत्र (आंध्र प्रदेश का दक्षिणी हिस्सा) और तमिलनाडु के कुछ इलाकों में भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इन इलाकों में अगले 24 घंटों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है, साथ ही 60 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है.
कहां-कहां असर दिखेगा ‘मोंथा’ का?
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम-मध्य और दक्षिणपूर्वी बंगाल की खाड़ी (West Central & Southeast Bay of Bengal) में सक्रिय ‘मोंथा’ का असर केवल आंध्र तक सीमित नहीं रहेगा. इसके प्रभाव से ओडिशा, तमिलनाडु, और महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में भी अगले तीन दिनों (28 से 30 अक्टूबर) तक बारिश हो सकती है. समुद्र में ऊंची लहरें उठने और तटीय क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बनने की आशंका जताई गई है.
IMD की चेतावनी और तैयारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के हैदराबाद केंद्र के अधिकारी जी.एन.आर.एस. श्रीनिवास राव के अनुसार, “तूफान मोंथा मंगलवार शाम या रात के बीच मछलीपट्टनम और कलींगपट्टनम के बीच तट को पार करेगा. इस दौरान आंध्र प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश और तेज हवाएं चलेंगी.” उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे बिना आवश्यकता तटीय इलाकों की ओर न जाएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.
जनजीवन पर असर और सावधानियां
तूफान के कारण कई तटीय जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. बिजली और इंटरनेट सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है. राहत टीमों को गड्ढे वाले क्षेत्रों और निचले इलाकों में तैनात किया गया है. राज्य सरकार ने कहा है कि तूफान के गुजर जाने तक हर नागरिक को सतर्क रहना चाहिए और अफवाहों से बचना चाहिए.