F-35, SU-57 की नहीं रहेगी जरूरत, भारत का AMCA जल्द बनेगा हकीकत- 10 प्वाइंट्स में समझिए अंतिम मंजूरी के मायने
भारत में विकसित हो रहे 5वीं पीढ़ी के स्वदेशी स्टेल्थ फाइटर जेट AMCA को अब निर्माण की मंजूरी मिल गई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसके एक्जीक्यूशन मॉडल को हरी झंडी दे दी है, जिसमें निजी कंपनियों को भी भागीदारी का मौका मिलेगा. 15,000 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट को ADA लीड करेगी. यह तेजस के बाद भारत का दूसरा स्वदेशी फाइटर होगा, जो 2035 तक वायुसेना में शामिल हो सकता है. इससे डिफेंस सेक्टर में नया निवेश और तेजी आएगी.;
भारत के स्वदेशी पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान कार्यक्रम को अब अंतिम मंजूरी मिल चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट सुरक्षा समिति ने AMCA (एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट) प्रोग्राम को पहले ही मंजूरी दी थी, और अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसके कार्यान्वयन मॉडल को हरी झंडी दे दी है. इस परियोजना की शुरुआती लागत करीब 15,000 करोड़ रुपये आंकी गई है. यह जेट न केवल अत्याधुनिक स्टील्थ तकनीक से लैस होगा, बल्कि गहरे लक्ष्य भेदन की क्षमता भी रखेगा, जो भारतीय वायुसेना की ताकत में क्रांतिकारी इजाफा करेगा. आइए 10 बातों में समझते हैं इस मंजूरी के मायने...
- भारत सरकार ने स्वदेशी स्टील्थ फाइटर जेट AMCA की निर्माण प्रक्रिया को औपचारिक मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली कैबिनेट सिक्योरिटी कमेटी ने पहले ही सैद्धांतिक मंजूरी दी थी, अब रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इसके Execution Model को मंजूरी दे दी है.
- इस हाईटेक प्रोजेक्ट की शुरुआती विकास लागत करीब 15,000 करोड़ रुपये तय की गई है. इसमें डिज़ाइन, प्रोटोटाइप, R&D, टेस्टिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं.
- इस प्रोजेक्ट को DRDO की Aeronautical Development Agency (ADA) लीड करेगी, और इसे भारतीय निजी व सार्वजनिक कंपनियों के साथ साझेदारी में अंजाम दिया जाएगा. इससे देश में एयरोस्पेस इंडस्ट्री का बड़ा इकोसिस्टम तैयार होगा.
- AMCA में रडार से बचने वाली (stealth) तकनीक होगी, जैसे - इंटर्नल वेपन बे, शार्प एंगल बॉडी डिज़ाइन और खास कोटिंग. साथ ही यह बिना आफ्टरबर्नर के सुपरसोनिक स्पीड से उड़ान भर सकेगा (Supercruise Capability).
- AMCA एक मीडियम-वेट डीप पेनिट्रेशन फाइटर होगा, जो दुश्मन के इलाके में घुसकर सटीक हमला करने में सक्षम होगा. इसमें मल्टी-रोल फंक्शन होंगे - डॉगफाइट, ग्राउंड अटैक और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर.
- IAF के पुराने विमान जैसे जैगुआर और मिराज-2000 को हटाकर AMCA उनकी जगह लेगा. एयरफोर्स लंबे समय से इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की मांग कर रही थी.
- AMCA को दो इंजनों (Twin Engine) से ताकत मिलेगी. शुरुआत में GE F414 इंजन इस्तेमाल होगा, जबकि बाद में भारत खुद का इंजन भी विकसित करेगा.
- इसके दो वर्जन होंगे. पहला AMCA Mk-1 जो विदेशी इंजन के साथ 2028 तक पहली उड़ान भर सकता है. वहीं दूसरा होगा AMCA Mk-2 जिसके ज्यादा स्वदेशी तकनीक के साथ 2035 तक निर्माण की योजना है.
- Execution Model में प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर को बराबरी का मौका दिया गया है. कंपनियां इंडिविजुअल, जॉइंट वेंचर या कंसोर्टियम के रूप में बोली लगा सकती हैं.
- AMCA भारत के लिए सिर्फ एक विमान नहीं, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की रक्षा क्षेत्र में सबसे बड़ी छलांग है. इससे भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल होगा जिनके पास 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर की क्षमता है.